कंप्यूटर फंडामेंटल

Intranet-इंट्रानेट

इंट्रानेट-Intranet

Intranet
Intranet

इंट्रानेट एक निजी नेटवर्क है जो किसी विशेष संगठन से संबंधित है। इसे किसी संगठन और उसके सहयोगियों, जैसे कर्मचारियों, ग्राहकों और अन्य अधिकृत लोगों के अनन्य उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह सूचना देने और अधिकृत उपयोगकर्ताओं के साथ डेटा शेयर करने के लिए एक सुरक्षित मंच प्रदान करता है। गोपनीय जानकारी, डेटाबेस, लिंक फॉर्म और आवेदन कर्मचारियों को इंट्रानेट के माध्यम से उपलब्ध कराए जा सकते हैं। इसलिए, यह एक निजी इंटरनेट या एक आतंरिक वेबसाइट की तरह है जो अपने कर्मचारियों को इसकी जानकारी और रिकॉर्ड तक पहुँच प्रदान करने के लिए एक संगठन के भीतर काम करा रहा है। इंट्रानेट में प्रत्येक कंप्यूटर की पहचान एक विशिष्ट IP एड्रेस द्वारा की जाती है।

यह इंटरनेट प्रोटोकॉल (टीसीपी/आईपी ) पर आधारित है और फ़ायरवॉल और अन्य सुरक्षा प्रणालियों के साथ अनधिकृत पहुँच से सुरक्षित है। फ़ायरवॉल इनकमिंग और आउटगोइंग डेटा पैकेट की निगरानी करता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनमें अनधिकृत अनुरोध नहीं हैं। इसलिए, इंट्रानेट पर उपयोगकर्ता इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन इंटरनेट उपयोगकर्ता इंट्रानेट का उपयोग नही कर सकते हैं यदि वे इसके लिए अधिकृत नही हैं। इसके अलावा, इंट्रानेट तक पहुँचाने के लिए, अधिकृत उपयोगकर्ता को इसके LAN से कनेक्ट होना आवश्यक है।

इंट्रानेट के लाभ-Benefits of the Intranet:

  • यह सस्ता और लागू करने और चलाने में आसान है, और इंटरनेट एक्सट्रानेट की तुलना में अधिक सुरक्षित है।
  • यह संचार को सुव्यवस्थित करता है जो कंपनी को बिना किसी देरी के कर्मचारियों के बीच अपने डेटा, सूचना और अन्य संसाधनों को शेयर करने में सक्षम बनाता है। पूरा स्टाफ कंपनी की घोषणाएं प्राप्त कर सकत है, प्रश्न पूछ सकता है और आतंरिक दस्तावेज़ों तक पहुँच सकता है।
  • ये व्यावसायिक संचालन का सहर्थान करने के लिए अनुप्रयोंगों को संग्रहीत और विकसित करने के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करता है।
  • यह वर्कफ्लो को तेज़ करके और त्रुटियों को कम करके कंपनी की दक्षता में सुधार करता है। इस प्रकार, यह कार्यों को समे पर पूरा करके लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करता है।
  • यह कंपनी के इंटरनेट वेबपेज पर अपलोड किये जाने से पहले नए विचारों के लिए एक परीक्षण मंच प्रदान करता है। इस प्रकार, यह कंपनी की विश्वशनीयता बनाए रखने में मदद करता है।
  • जानकारी रियल-टाइम में शेयर की जाती है, या अपडेट सभी अधिकृत उपयोगकर्ताओं को तुरंत दिखाई देते हैं।
  • आधुनिक इंट्रानेट एक मोबाइल ऐप भी प्रदान करते हैं जो कर्मचारियों को चलते-फिरते जुड़े रहने की अनुमति देता है।
  • यह परियोजना प्रबंधन और वर्कफ्लो  और टीमों की प्रगति पर नज़र रखने में सहायता करता है।
  • यह मोबाइल उपकरणों के साथ काम कर सकता है, जिसका अर्थ है कि यह कर्मचारियों के मोबाइल उपकरणों जैसे फोन, टैबलेट आदि को सीधे इंट्रानेट पर मौजूद जानकारी प्रदान कर सकता है।
  • इसका उपयोग कर्मचारियों को प्रेरित करने, कर्मचारियों की पहचान की सुविधा प्रदान करने और अपेक्षाओं से परे प्रदर्शन करने के लिए उन्हें पुरस्कृत करने के लिए भी किया जा सकता है।

इंट्रानेट कैसे काम करता है-How the Intranet Works:

इसमें में मूल रूप से तीन कॉम्पोनेन्ट होते हैं: एक वेब सर्वर,एक इंट्रानेट प्लेटफ़ॉर्म और एप्लीकेशन। web सर्वर हार्डवेयर है जिसमे सभी इंट्रानेट और डेटा हॉट हैं।यह सर्वर पर होस्ट की गयी फ़ाइलों के लिए सभी अनुरोधों का प्रबंधन करता है और अनुरोधित फ़ाइलों को ढूंढ़ता है और फिर इसे उपयोगकर्ता के कंप्यूटर पर वितरित करता है।

इंट्रानेट प्लेटफ़ॉर्म, जो  सॉफ्टवेर है, संचार उपकरण, कोलैबोरेशन ऐप्स और डेटाबेस को एक दूसरे के साथ निर्बाध रूप से काम करने की अनुमति देता है। यह एक व्यवसाय की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप है।

उपयोगकर्ताओं को सुचारू रूप से काम करने में सक्षम बनाने के लिए अनुप्रयोगों (applications) की आवश्यकता होती है। वे कंप्यूटिंग उपकरण हैं जो उपयोगकर्ताओं को अपना काम करने, संवाद करने और एक दूसरे के साथ समन्वय करने और जानकारी प्राप्त करने और संग्रहीत करने की अनुमति देते हैं।

इसके अलावा, जो उपयोगकर्ता इंट्रानेट का उपयोग करना चाहता है उसके पास एक विशेष नेटवर्क पासवर्ड होना आवश्यक है और उसे LAN से जोड़ा जाना चाहिए। एक उपयोगकर्ता जो दूर से काम कर रहा है एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) के माध्यम से इंट्रानेट तक पहुँच प्राप्त कर सकता है जो उन्हें जानकारी तक पहुंचने के लिए इंट्रानेट में साइन इन करने की अनुमति देता है।

इंट्रानेट के नुकसान-Disadvantages of Intranet:

  • छिपी हुई लागत और जटिलता के करण इंट्रानेट स्थापित करना महंगा हो सकता है।
  • अगर फ़ायरवॉल ठीक से काम नही करता है या स्थापित नही है, तो इसे किसी के द्वारा हैक किया जा सकता है।
  • उच्च सुरक्षा वाले पस्वोर्ड की आवश्यकता होती है, जिसका अनुमान बाहरी उपयोगकर्ताओं द्वारा नहीं लगाया जा सकता है।
  • हमेशा इंट्रानेट पर नियंत्रण खोने का दर रहता है।
  • कभी-कभी दस्तावेजों का दोहराव हो सकता है जो कर्मचारियों के बीच भ्रम पैदा कर सकता है।
  • आपको कई उपयोगकर्ताओं तक एक्सेस प्रदान करनी होगी, इसलिए आपको इस नेटवर्क को नियंत्रित करने में कठिनाई हो सकती है।

इंट्रानेट के उदाहरण-Examples of Intranet:

(1) शैक्षिक इंट्रानेट-Educational Intranet

यह आम तौर पर एक स्कूल, कॉलेज आदि में पाया जाता है, उदारण के लिए एक स्कूल इंट्रानेट का उद्देश्य शिक्षण  कर्मचारियों को एक दूसरे के साथ संवाद करने और आगामी अपडेट जैसे परीक्षा की तारीखों, स्कूलों के कार्यों, छुट्टियों आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करने की अनुमत देना है।

(2) रीयल एस्टेट इंट्रानेट-Real Estate Intranet

एक रीयल एस्टेट कंपनी का इंट्रानेट अपनी सेल्स टीम को सभी महत्वपूर्ण ब्रोचुरेस,टेम्पलेट, फॉर्म तक पहुंचने की अनुमति देता है, जिनकी उन्हें सेल क्लोज करने की आवश्यकता हो सकती है। एम्प्लाइज मीटिंग, प्रशिक्षण, सत्रों आदि जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों से भी अपडेट रहते हैं। इसका उपयोग टीम के साथ प्रेरक संदेश शेयर करने के लिए भी किया जा सकता है।

(3) स्वास्थ देखभाल इंट्रानेट-Health Care Intranet

स्वास्थ देखभाल क्षेत्र में, बड़े अस्पतालों में, इंट्रानेट स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों को अपने रोगियों को उचित देखभाल और उपचार प्रदान करने के लिए एक टीम के रूप में काम करने में मदद करता हैं। डॉक्टर रिपोर्ट, उपचार प्रक्रियाओं, बिलों को शेयर कर सकते हैं और क्लेम को एक बिभाग से दूसरे विभाग में स्थानांतरित किये बिना आसानी से निपटाया जा सकता है।

(4) आईटी सेक्टर इंट्रानेट-IT Sector Intranet

आईटी सेक्टर तीन में हमेशा बहुत साडी जानकारी होती है जिसे एक बार में सभी कर्मचारियों के साथ शेयर करने की आवश्यकता होती है। यह एक परियोजना से संबंधित हो सकता है जिसे निश्चित समय सीमा के भीतर पूरा करने की आवश्यकता होती है, जैसे दिशानिर्देश, नियम और शर्तें, और नियम जिनका किसी परियोजना पर काम करते समय पालन किया जाना है।

Difference between Intranet and Internet:

Mohammad Shahnawaz

I am a part time blogger; I love blogging and share knowledge with others. I have Diploma in 'Post Graduate Diploma in Computer Application (PGDCA) and have 5 years teaching experience in this field. I am from Uttar Pradesh (India) and I am a Passionate blogger. Currently, I'm running 'shahnawazblog.com' blog. I have started this blog in Hindi to help every students to enhance your computer skills and to learn the fastest and easiest way to succeed in the field of computer as well as general knowledge, essay and letter writing etc.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *